मास्क है कितना सुरक्षित ?
भारत देश में जब तक कोरोना वायरस का प्रहार नहीं हुआ था, तब तक आम लोगों के लिए मास्क के बारे में जानकारी या फिर मास्क खरीदना आम नहीं था। अब जबकि कोरोना वायरस देश के विभिन्न राज्यों में फैलना शुरू हो चुका है तो लोगों में मास्क को लेकर अवेयरनेस बढ़ रही है। आपको ये बात जाननी बहुत जरूरी है कि ट्रेवलिंग में कोरोना का खतरा खत्म करने के लिए मास्क जरूरी है, लेकिन सही मास्क का चुनाव अधिक जरूरी है। मेडिकल स्टोर में आपको विभिन्न प्रकार के मास्क मिल जाएंगे।
ऐसे में कौन सा मास्क लेना चाहिए, इस बात की जानकारी बहुत मायने रखती है। अगर आपने नॉर्मल मास्क ( प्रदूषण से बचाने के काम करता है) खरीदा है और आप ट्रेवलिंग में उसे यूज करते हैं, तो ये आपको कोरोना वायरस के इंफेक्शन से नहीं बचा पाएगा।
कितना सुरक्षित है केबिन ?
भले ही ट्रेवलिंग के दौरान आपने मास्क पहना हुआ हो, लेकिन आप प्लेन में खुद को ट्रे टेबल, सीटबेल्ट बकल आदि को छूने से नहीं रोक सकते हैं। डॉ. टिएर्नो इस बारे में कहते हैं कि साबुन से हाथ धोने में संक्रमण का खतरा 16 प्रतिशत तक कम हो जाता है। वहीं सैनेटाइजर से हाथ साफ करने पर 60 प्रतिशत तक सुरक्षा मिलती है। सैनेटाइजर को हाथ पर लगाने के बाद उसका सूखना बहुत जरूरी है नहीं तो जर्म्स के पनपने का खतरा रहता है।
हवा में इंफेक्शन हो सकता है ?
वैसे तो एयर ट्रेवलिंग के दौरान हवा से संक्रमण का खतरा कम ही रहता है लेकिन डब्लूएचओ के अनुसार नाक और स्किन के माध्यम से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ये बात सच है कि यात्रा के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखकर यात्रा की जा सकती है। ट्रेवलिंग में कोरोना का खतरा न हो इसलिए आपको बेहद सजग रहने की जरूरत है।
ट्रेवल के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
- हाथों को अच्छी तरह से धोना बहुत जरूरी है। करीब 20 मिनट के बाद हाथों को धोएं या फिर सैनेटाइजर का यूज करें।
- आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें। वायरस का इंफेक्शन ट्रेवल के दौरान नाक और मुंह और आंखों को छूने से जल्दी फैल सकता है।
- छींकते या खांसते समय अपने मुंह और नाक को किसी टिश्यू पेपर से अच्छी तरह कवर करें।
- बुखार, खांसी या सांस लेने में दिक्कत हो रही है, तो जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर से मिलें। ऐसे में ट्रेवल करने से भी बचे क्योंकि इंफेक्शन होने की स्थिति में ट्रेवल के दौरान दूसरों को भी खतरा हो सकता है।
- ट्रेवलिंग में कोरोना का खतरा न बढ़े, इसके लिए आपको अपने साथ पेपर टॉवल और सैनेटाइजर जरूर रखना चाहिए।
- अपने मुंह और नाक को मास्क से अच्छी तरह कवर करें ताकि उसमें किसी भी तरह का गैप न रहे।
- एक बार इस्तेमाल किए गए मास्क को दोबारा इस्तेमाल न करें।
- मास्क को पीछे से हटाएं और उसे इस्तेमाल करने के बाद आगे से न छूएं।
- डॉक्टर से पूछने के बाद सही मास्क का ही प्रयोग करें जो आपको वायरस के इंफेक्शन में बचाने में मदद करें।
- हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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